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19वीं सदी में फैली सामाजिक बुराइयों से लड़कर समरसता लाने वाले महान व्यक्ति “महात्मा ज्योतिराव फुले”

महान हिंदू धर्म सुधारक , भारत के महान लेखक, समाज सुधारक , समाज सेवक वंचितों के मसीहा महात्मा ज्योतिराव फूले जी का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के कटगुन गांव में 1827 को हुआ था।
महात्मा ज्योतिराव फूले ने उस दौर में समाज में फैली कुरीतियों जैसे जाती व्यवस्था , सामाजिक असमानता खिलाफ आवाज उठाई।समाज में फैली जाति भेद, छुआछूत जैसी कुप्रथाओं का प्रखर विरोध किया।
लड़कियों की शिक्षा की कल्पना उस दौर में असंभव मानी जाती थी परन्तु महात्मा फुले जी अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले के साथ मिलकर इसे संभव बनाया एवं शिक्षा का अधिकार लड़कियों को दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ने के साथ साथ देश भर में कई स्कूल भी खोले।
महात्मा ज्योतिराव फुले ने 1873 में सत्यशोधन समाज की स्थापना की, उन्हें 1888 में विट्ठलराव कृष्ण जी द्वारा महात्मा की उपाधि से सम्मानित किया गया।