
लोकसभा मॉनसून सत्र 2025:
21 जुलाई 2025 से 21 अगस्त 2025 तक चलने वाले मॉनसून सत्र का आज अनिश्चित काल के लिए स्थगन हो गया।
सदन में , जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों से ये अपेक्षा रहती है कि वो जनता के लिए लाए गए बिलों पर विस्तार से चर्चा करें, अपने क्षेत्र की समस्याओं को सरकार तक पहुंचा पाए और जनता के हित में काम हो सके। टैक्सपेयर की मेहनत की कमाई का सदुपयोग हो इसकी जवादारी भी सदन के सदस्यों की है।
इस सबके विपरीत इस मॉनसून सत्र के आंकड़े कुछ और ही स्थिति बयां कर रहे है।
120 घंटों की चर्चा होनी तय थी सदन में, परन्तु चर्चा मात्र 37 घंटे ही हो सकी। 419 तारांकित प्रश्नों को शामिल किया गया था जिसमे से सिर्फ 55 प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए।
सरकार की तरफ से ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक 2025, आयकर विधेयक 2025, मणिपुर विनियमन विधेयक 2025 जैसे कुल 12 महत्त्वपूर्ण बिलों को सदन के पटल पर रखा गया जिस पर विस्तार से चर्चा होनी थी पर गतिरोध के कारण बिना चर्चा ही ये बिल पास हो गए।
प्रमुख तौर पर इस सत्र में 28 , 29 जुलाई को ऑपरेशन सिन्दूर पर हुई चर्चा हैं ।जिसका समापन प्रधानमंत्री जी के भाषण के साथ हुआ।
18 अगस्त को भारत के अंतरिक्ष उपलब्धियों पर चर्चा हुई। जिसमें विपक्ष ने भाग नहीं लिया। विपक्ष ने बिहार SIR पर चर्चा कराने की मांग को अपन मुख्य विषय माना।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में सत्र के दौरान उपयोग की गई अमर्यादित भाषा और नारेबाज़ी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि संसद सदस्यों का आचरण सदन में मर्यादित होना चाहिए देश की जनता उन्हें देख रही हैं।