लाइन से ऑनलाइन तक भारत ,बीजेपी IT सेल की एक पोस्ट कितनी सच?

डिजिट ग्रामीण भारत : भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर अकाउंट से एक निजी न्यूज चैनल का हवाला देकर 18 अगस्त 2025 को एक पोस्ट की गई जिसमे कहा गया है भारत पहले लाइन में लगता था अब ऑनलाइन हो गया।
मोदी सरकार के कामों में डिजिटल इंडिया का बहुत योगदान है , ये मोदी जी के दूरगामी सोच का ही नतीजा है कि सरकारी आंकड़ों में 2 लाख 65 हजार से भी ज्यादा ग्राम पंचायतें आज डिजिटल हो गई । मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी जी ने गुजरात में e ग्राम की शुरुआत की थी जो प्रधानमंत्री बनने के बाद डिजिटल इंडिया के रूप में आगे बढ़ी । देश upi पेमेंट के मामले में अग्रणी हो रहा है शहरीकरण, उद्योग, DBT, बैंकिंग , सुरक्षा, सेना , इसरो आदि क्षेत्रों में डिजिटल इंडिया का बहुत योगदान है।
ग्रामीण विकास को लेकर भी सरकार ने ग्राम स्वराज ऐप के माध्यम से ऑनलाइन करने का कदम उठाया है। परंतु इस ऐप के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं के आंकड़ों से यदि ये कहा जाए कि भारत में लाइन लगाने की जरूरत ही नहीं है अब भारत लाइन से ऑनलाइन हो गया तो कुछ प्रश्न उठते है कि यदि लाइन बंद हो गई तो वो कौन लोग है जो कई दिनों तक खाद लेने के लिए लाइन में लगते है, वो कौन लोग है वो अपनी उत्पादन को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए लाइन लगाते है।
ग्रामीण क्षेत्र डिजिटल होने के बाद भी यदि किसान को बेचे हुए उत्पादन के भुगतान के लिए डिजिटल महीनों लाइन में लगे रहना पड़ता है।
ग्रामीण क्षेत्र में डिजिटल होना एक तरह से वहां के कर्मचारियों की सुविधाओं में इजाफा माना जा सकता है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अभी भी लाइन में लगकर ही काम करना होता है।




