इंडिया- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले हो गया आधिकारिक नामकरण, ट्रॉफी के साथ नजर आए सचिन और एंडरसन

नई दिल्ली
इंडिया- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले एक बात तो तय थी कि इस सीरीज का नाम अब पटौदी ट्रॉफी नहीं होगा। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि इस सीरीज का नाम भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नाम पर रखा जाएगा। ये भी दावा किया गया था कि इस सीरीज का नाम तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी होगा, लेकिन इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड यानी ईसीबी ने इसका नाम थोड़ा सा बदला है। ईसीबी और बीसीसीआई ने मिलकर इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली हर एक टेस्ट सीरीज को अब से हम एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी कहेंगे। सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन ने नई ट्रॉफी का अनावरण भी कर दिया है। इसके अलावा इस बात की भी आधिकारिक पुष्टि हो गई है कि पटौदी परिवार की शान में इस ट्रॉफी को जीतने वाले कप्तान को पदौटी पदक दिया जाएगा। सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं, बल्कि भारत में भी इसी नाम से ये ट्रॉफी जानी जाएगी और विजेता कप्तान को पटौदी मेडल मिलेगा।
ईसीबी ने मीडिया रिलीज में बताया, “एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच एक संयुक्त पहल है, जो अब इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली सभी भविष्य की टेस्ट सीरीज का प्रतिनिधित्व करेगी। इससे पहले इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज पटौदी ट्रॉफी और भारत में टेस्ट सीरीज एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के नाम से जानी जाती थी। हालांकि, अब दोनों ही देशों में सीरीज एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी होगी।”
आपको बता दें, ट्रॉफी में एंडरसन और तेंदुलकर की एक्शन में तस्वीरें हैं, साथ ही उनके सिग्नेचर भी इनग्रेव्ड हैं। खेल के दो सबसे महान खिलाड़ियों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि बीसीसीआई और ईसीबी की ओर से है। एंडरसन और तेंदुलकर दोनों को व्यापक रूप से सर्वकालिक महान माना जाता है। वे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज़्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। तेंदुलकर ने 200 मैच खेले हैं, जबकि एंडरसन ने 188 मैच अपने टेस्ट करियर में खेले हैं।