
चंडीगढ़
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान स्थित नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। इस कार्रवाई के बीच, गृह मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की है कि भारत ने अगले आदेश तक करतारपुर कॉरिडोर को बंद कर दिया है।
पंजाब के गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर दलविंदरजीत सिंह ने मीडिया को बताया कि कॉरिडोर एक दिन के लिए बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को आने वाले दिनों के लिए सरकार से कोई आदेश नहीं मिला है।
पाकिस्तान के नरोवाल जिले में ऐतिहासिक श्री दरबार साहिब गुरुद्वारे की तीर्थयात्रा के लिए करीब 150 भारतीय तीर्थयात्री इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर पहुंचे थे, लेकिन बाद में उन्हें घर लौटने के लिए कहा गया।
गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में स्थित आईसीपी करतारपुर कॉरिडोर तक पहुंच की सुविधा प्रदान करता है।
एक तीर्थयात्री ने मीडिया को बताया, "आव्रजन और रक्षा अधिकारियों ने बताया कि स्थिति अनुकूल नहीं है और हमें सुबह 11 बजे के आसपास वापस लौटने की सलाह दी।" दरअसल, यह गुरुद्वारा सिखों के लिए अत्यंत आध्यात्मिक महत्व रखता है, क्योंकि सिखों के पहले गुरु ‘गुरु नानक देव’ ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष यहीं बिताए और यहीं उनका निधन हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवंबर, 2019 को इसका उद्घाटन किया था। करतारपुर कॉरिडोर एक वीजा-मुक्त सीमा क्रॉसिंग है, जो भारतीय नागरिकों और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड धारकों को भारत-पाकिस्तान सीमा से 4.7 किमी दूर स्थित गुरुद्वारे में बिना वीजा के दर्शन करने की अनुमति देता है।
भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद अमृतसर जाने वाली दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया और पंजाब में पाकिस्तान सीमा पर स्थित शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
पंजाब में अधिकारियों ने घोषणा की है कि पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित क्षेत्रों में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं। गुरदासपुर और पठानकोट जिलों में शैक्षणिक संस्थान तीन दिनों के लिए बंद रहेंगे, जबकि फाजिल्का जिले में अगले आदेश तक बंद रहेंगे।