
फतेहगढ़
पंजाब में महिला सिख धर्म प्रचारक बीबी दलेर कौर के समागम के विरोध का मुद्दा गर्माता जा रहा है। एक तरफ फतेहगढ़ में हुई शहीदी सभा में भी बीबी दलेर कौर का मुद्दा उठा। निहंग जत्थेबंदी के सिंह साहिबान ने बीबी दलेर कौर के सोशल मीडिया पर आंसू बहाने का विरोध।
दूसरी तरफ एक और महिला सिख धर्म प्रचारक प्रभलीन कौर बीबी दलेर कौर के समर्थन में आ गईं। प्रभलीन ने कहा कि सिखी बाणे वाली महिलाओं को धमकाया जा रहा है। हमसे अच्छी तो वो हैं जो नंगी होकर वीडियो डालती हैं। घटना के बाद से दलेर कौर डिप्रेशन में हैं। वह ढंग से सो नहीं पा रही हैं।
बता दें कि 22 दिसंबर को बीबी दलेर कौर का गुरदासपुर के पंजगराइयां में धार्मिक समागम था। इसमें बीबी दलेर कौर ने कहा कि जब दशम पिता ने चमकौर की गढ़ी छोड़ी तो अपना कलगी तोड़ा बाबा संगत सिंह को दिया। सिख इतिहास की इस बात पर निहंगों ने बीबी दलेर कौर का विरोध कर दिया। इसकी वजह ये है कि कुछ सिख विद्वान मानते हैं कि दशमेश पिता ने कलगी तोड़ा भाई जीवन सिंह को दिया था।
बीबी दलेर कौर को लेकर निहंग जत्थेबंदी ने क्या कहा…
दलेर को जवाब देना चाहिए था, वक्त मांग लेती:
फतेहगढ़ साहिब में पहुंची निहंग जत्थेबंदी के निहंग सिंह ने कहा कि किसी ने सवाल पूछ ही लिया तो गलत क्या है। दलेर को ऊंचा नहीं बोलना चाहिए था, सवाल का जवाब देना चाहिए था। सवाल से भागना क्यों। जवाब नहीं था तो वक्त मांग लेतीं। वैसे तो बीबी दलेर कौर खुद को इंटरनेशनल प्रचारक के तौर पर प्रमोट करती हैं। AK-47 की बातें करती हैं और अब सोशल मीडिया पर रो रही हैं। सारा पंजाब भी उसके आंसू देखकर और भावुक होकर उसके साथ खड़ा हो गया है।
भुच्चो वाले साध के खिलाफ क्यों नहीं बोली:
निहंग जत्थेबंदी के निहंग सिंह ने कहा कि मैं बीबी दलेर कौर से पूछना चाहता हूं कि जब भुच्चो वाला साध श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बराबर कुर्सी लगाकर बैठ गया था तब क्यों नहीं बोली। अब तो सोशल मीडिया पर बहुत रो रही हैं। मेरी इस बात पर बहुत से विद्वान चीखेंगे। मैं सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर बाबा संगत सिंह चमकौर की गढ़ी में शहीद हुए तो उनका शहीदी स्थान क्यों नहीं बना, उनकी यादगार क्यों नहीं बनी। आज अगर बीबी से किसी ने सवाल पूछ लिया तो सारा पंजाब बोल रहा है। हमें तो समझ नहीं आ रहा कि बीबी के साथ क्या धक्का हो गया। सवाल ही तो पूछा था, जवाब दे देती। नहीं पता था तो कह देती कि विचार करके बताउंगी। सवाल से क्यों भागना चाहिए।
शहीदी दिहाड़ा भूल लोग बीबी के पीछे लगे:
निहंग जत्थेबंदी ने कहा कि बीबी दलेर कौर का मसला इतना बड़ा नहीं है। हम शहीदी दिहाड़ा भूलकर बीबी के पीछे लगे हैं। बिना मतलब से ये मुद्दा बना लिया गया है। बात दो बाटों में अमृत छकने के खिलाफ होनी चाहिए। जात-पात के खिलाफ बोलना चाहिए। निहंगों ने कहा कि फतेहगढ़ साहिब भी पवित्र स्थान है, इसे भी पवित्र शहर का दर्जा दिया जाना चाहिए। वैसे पंजाब गुरुओं का है, अगर गुजरात सराकर पूरे गुजरात को ड्राई घोषित कर सकती है, तो पंजाब को क्यों नहीं। क्या पंजाब के CM की टांगों में जान नहीं है।



