
नई दिल्ली
दिल्ली के बदरपुर इलाके में पतंगबाजी का शौक एक युवक की जिंदगी पर भारी साबित हुआ है. यहां शनिवार शाम 30 वर्षीय बाइक सवार का गला चाइनीज़ मांझे की वजह से गहराई तक कट गया. घटना तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन के सामने फ्लाईओवर पर हुई. सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल को एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
पुलिस के मुताबिक, 16 अगस्त को शाम करीब 4:40 बजे थाना बदरपुर को पीसीआर कॉल मिली कि सरिता विहार से फरीदाबाद जाने वाले फ्लाईओवर पर एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल पड़ा है. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी, जांच अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर पहुंची. घायल की पहचान रजनीश (30), पुत्र खुशीराम, निवासी अखिबेलपुर, हरदोई (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक चलाते समय अचानक लाल मांझा उसके गले में फंस गया. मांझा इतनी तेजी से लिपटा कि उसकी गर्दन पर गहरा जख्म हो गया और वह सड़क पर गिर पड़ा. हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस टीम ने घायल रजनीश को तत्काल एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. डॉक्टरों ने बताया, गर्दन पर गहरे घाव और अत्यधिक खून बहने से स्थिति गंभीर है.
प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ कि यह हादसा लाल मांझे के कारण हुआ है. पुलिस ने घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. स्थानीय निवासियों ने इस तरह के हादसों पर चिंता जताते हुए पतंगबाजी में चाइनीज़ मांझे जैसे खतरनाक धागों पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू करने की मांग की है. फिलहाल पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है.
कितना खतरनाक होता है चीनी मांझा?
चीनी मांझा, जिसे ग्लास-कोटेड या नायलॉन मांझा भी कहते हैं, पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाला एक मजबूत और तेज धागा है। यह मांझा इतना खतरनाक होता है कि यह न सिर्फ इंसानों बल्कि पक्षियों के लिए भी जानलेवा साबित होता है। इसके तेज धागे आसानी से गले, हाथ या शरीर के अन्य हिस्सों को काट सकते हैं। दिल्ली और देश के कई हिस्सों में हर साल ऐसे हादसे सामने आते हैं, जहां चीनी मांझे की वजह से लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं या उनकी जान चली जाती है।